
राजस्थान सरकार एक पेड़ मां के नाम अभियान का मज़ाक उड़ा रही है। प्रधानमंत्री एकता मॉल के नाम पर बेरहमी से पेड़ काटे जा रहे हैं। - संजय सिंह. (संसाद, आप पार्टी)
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राजस्थान की राजधानी में डोल का बाढ़ जंगल के पेड़ो की कटाई को लेकर सियाशत गर्माती जा रही है। एक ओर युवा, पर्यावरणविद लगातार आंदोलन कर रहे है वहीं राजनीतिक दल के नेता भी अपना समर्थन और पक्ष रखते नजर आ रहे है इसी क्रम में आप के नेता प्रशांत कुमार जायसवाल और कई साथी लगातार पर्यावरण और जनहित के मध्यनजर डोल का बाढ़ जंगल के पेड़ों को बचाने व बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने हेतु सहभागिता निभा रहे है।
आप नेता जायसवाल ने बताया कि कल अनिश्चितकाल धरने का पांचवां ओर क्रमिक अनशन का दूसरा दिन रहा जिसमें उन्होंने साथियों के साथ अनशन किया और बताया कि पार्टी के लीडर व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री एकता मॉल के नाम पर राजस्थान सरकार बेरहमी से पेड़ों की कटाई कर रही है, जिससे ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का मज़ाक बन रहा है। उन्होंने पीएम से अपील की कि पेड़ों की कटाई और निर्माण कार्य तत्काल रोका जाए और इस पूरे मामले की दोबारा समीक्षा की जाए।
दूसरी ओर डोल का बाढ़ में धरने के पाँचवें दिन, 7 साल की भव्या ने अपने पिता और छह अन्य साथियों के साथ मिलकर 10 किलोमीटर साइकिल चलाकर मुख्यमंत्री निवास जाने की कोशिश की। लेकिन उन्हें Civil lines के पास रोक लिया गया और अशोक नगर थाने ले जाया गया, जहाँ एसीपी ललित शर्मा ने मुख्यमंत्री की ओर से ज्ञापन स्वीकार किया। इस रैली को पूर्व राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा दीपक कालरा ने हरी झंडी दिखाई।
भव्या पिछले चार सालों से इस आंदोलन में लगातार शामिल हो रही है, जब से 2021 में रीको (RIICO) द्वारा फिनटेक पार्क बनाने की योजना आई थी। वह पेड़ों की हो रही बेरहमी से कटाई को लेकर बहुत चिंतित रही है, इसी कारण उसने साइकिल से मुख्यमंत्री निवास तक जाने की ज़िद की। साइकिल यात्रा में उसके पिता विजेंद्र सिंह, ईशान, धीरेश जैन, अभिषेक और अन्य साथी शामिल थे।
धरना पूरे जोश में जारी रहा, बड़ी संख्या में लोग आंदोलन स्थल पर पहुँच कर एकजुटता जता रहे हैं।

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