
साइबर ठगी का नया तरीका:भाजपा नेता सहित तीन लोगों को बनाया निशाना,120,300 की चपत..
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किशन वैष्णव |
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सीमेंट कट्टे खरीदने के नाम 8700 रुपए फोन पे डालने की बात पर 87000 का फ्रोड बैंक टेक्स मैसेज किया,व्यापारी ने अपने बैंक खाते मै बेलेंस नहीं देखा और साइबर ठग के कहने पर डाल दिए 78300 रुपए।
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)साइबर ठगी के मामले पिछले कुछ साल में तेजी से बढ़े हैं।कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें नकली पुलिस, सीबीआई ऑफिसर व अनेक लिंक डालकर सोशल मीडिया से लोगों को डिजिटल अरेस्ट किया गया और लाखों रुपये ठग लिए गए वही इंटरनेट पर स्टोर जानकारी को एक्सेस करके ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। हालांकि जिन लोगों के पास इंटरनेट नहीं है उनको भी ठग अपना शिकार बना ले रहे हैं।लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक ऐसा नया साइबर ठगी का तरीका जिसमें ना ओटीपी और ना कोई पुलिस और सीबीआई बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया बल्कि परिचित बनकर छोटे बड़े व्यवसायियों को निशाना बनाया जा रहा है।
ऐसे ठगी की वारदात को अंजाम दिया..
शाहपुरा क्षेत्र के खामोर,नई राज्यास और शंभूपुरा में ठेकेदार व सीमेंट ब्लॉक व्यवसायी भाजपा नेता जिला परिषद सदस्य व पूर्व ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सहित सीमेंट व्यापारी और ईट भट्टा व्यवसायी को निशाना बनाकर उनसे 120,300 रुपए ऐंठ लिए गए हैं।
∆.केस नंबर 1.
नई राज्यास निवासी सीमेंट व्यापारी महावीर शर्मा को 4 अगस्त को अनजान नंबर से फोन आता है और खुद को सरकारी स्कूल से टीचर बताता है कहता है 25 कट्टे सीमेंट के चाहिए क्या रेट है तो व्यापारी ने कहा 350 रुपए प्रति कट्टा तो ठग ने कहा वाहन भेज रहा हूं आप भिजवा देना इतना कहने के बाद जब व्यापारी बोला मेरे पास अभी लेबर नहीं है तो ठग बोला में लेबर भी भेज दूंगा।ठग बोला फोन पे नंबर दीजिए पेमेंट करता हूं व्यापारी ने कहा नहीं चलाता हूं तो ठग ने कहा में बाहर हू पेमेंट फोन पे पर ही होगा,व्यापारी ने अपने बेटे राहुल के नंबर दिए,ठग ने 5 रुपए डाले और व्यापारी को बोला कि अपने बेटे को बोलो चेक करे पैसे आए क्या,फ्रोड व्यक्ति ने सीमेंट व्यापारी के बेटे राहुल शर्मा को 25 सीमेंट के कट्टों की 350 रुपए के हिसाब से 8700 की जगह 87000 रुपए का फर्जी टेक्स मेसेज भेजा,जो हूबहू वैसा था जैसे बैंक में पैसे जमा होने के बाद आता है।व्यापारी के बेटे राहुल ने मेसेज देख विश्वास किया। जबकि जानबूझ कर ठग ने 87000 का फर्जी मेसेज किया।साइबर फ्रोड ने उसे कहा कि 8700 की जगह मैने गलती से 87000 रुपए डाल दिए वापस कीजिए,ओर फिर व्यापारी के बेटे राहुल ने 8700 रुपए काट कर 78300 रुपए साइबर फ्रोड को डाल दिए..जबकि फ्रोड साइबर ठग ने व्यापारी के बेटे को एक रुपया भी नहीं डाला ओर उल्टा व्यापारी के खाते से 78300 चले गए।जिसके बाद बार –बार साइबर ठग का मेसेज आया कि में वापस आपके खाते में पैसे डलवा देता हूं आपके खाते में राशि कितनी है बताओ लेकिन व्यापारी के बेटे ने नहीं बताई..कभी 1 लाख 15 हजार का मेसेज किया,कभी 60 हजार का मेसेज किया लेकिन व्यापारी के बेटे राहुल ने तुरंत प्रभाव से साइबर सेल सेंटर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाई लेकिन अभी तक पैसे वापस नहीं मिले।
∆.कैस नंबर 2
खामोर निवासी छोटू लाल बैरवा ईट भट्टा मालिक है।3 अगस्त को उसके मिलने वाले का फोन आया कि उसका मिलने वाला सरकार अस्पताल में डॉक्टर है उसको 25 हजार ईंट की जरूरत है फोन आयेगा वाजिब कर लेना।ठग का फोन ईंट भट्टे के मालिक को आया मिलने वाले की पहचान से तो बोला मुझे 25 हजार ईट चाहिए में आपको फोन पे करता हूं फोन पे नंबर लिया और फाल्स मैसेज के जरिए ईट भट्टा मालिक से 16000 डलवा लिए।फिर इकट्ठे पैसे वापस डलवाने की बात को लेकर फिर 11 हजार रुपए डलवा लिए, इस प्रकार 27 हजार रुपए की चपत ईट भट्टा मालिक को लगी उसने भी साइबर सेल में शिकायत की लेकिन पैसे का कोई पता नहीं।
∆. कैस नंबर 3
ऐसी ही घटना भाजपा नेता जिला परिषद सदस्य व पूर्व मंडल अध्यक्ष बालूराम कुमावत के साथ हुआ।उनके मिलने वाले ग्राम विकास अधिकारी को एक फोन आया जिसमें भोली भाली बाते कर परिचित दस्तूर होंने व शादी में मिलने की बात कही ओर कहा मुझे सीमेंट के ब्लॉक चाहिए बालूराम आपके मिलने वाला है उनको बोलो रेट सही लगाए.तो सचिव ने बालू राम को फोन किया बोला अपने मिलने वाले डॉक्टर है फोन आयेगा तो थोड़ा सही रेट लगाना।तुरंत बाद ठग का फोन बालूराम कुमावत को गया बोला मुझे ब्लॉक चाहिए 2 ट्रैक्टर आज ही डलवा देना में पैसे डालता हूं तो बालूराम को फोन पे खोलने के लिए बोला ओर कहा मैने चेक भरा हुआ है इसलिए पैसे कम पड रहे है खाते में थोड़े आप डालो फिर डालता हूं ऐसा कहने ओर सचिव की खास मिलने वाले की बात से भाजपा नेता कुमावत ने 5000 रुपए डाले जिसके बाद एक बार ओर 5000 रुपए डाल दिए।गनीमत रही कि उस खाते में पैसे ओर नहीं थे 5000 और दूसरो से ट्रांसफर कर डाल दिए,ऐसा करते कुल 15000 रुपए ट्रांसफर कर दिए।
हमारे सवाल उनसे जो साइबर ठगो पर लगाम के प्रयास में है...
सवाल ये उठता है कि आखिरकार ठगी करने वालों को कैसे पता चला है कि ये तीनों झालसाजी में फंसे लोग व्यापारी हैं।जिसमें से एक के ईट भट्टा है,दूसरा सीमेंट व्यापारी है और तीसरा सीमेंट ब्लॉक व्यवसायी है।उनके मिलने वालो के नंबर ठगी करने वालों के पास कैसे आए वहीं सवाल यह भी है कि जिनके द्वारा व्यापारियों को फोन करवाया वो ठगी करने वाले लोगों को कैसे पता चला कि यही 3 लोग झालसाजी में फंसे राहुल शर्मा,छोटू लाल व बालू राम कुमावत के मिलने वाले हैं..वही इसमें स्थानीय गिरोह का भी शामिल होने की संभावना।


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