
AEN मूदंडा को आखिर क्यों बचा रहे हैं अधिकारी व नेता
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राजस्थान - डाॅ.चेतन ठठेरा स्वतंत्र पत्रकार |
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जयपुर ( डाॅ.चेतन ठठेरा स्वतंत्र पत्रकार ) समग्र शिक्षा अभियान भीलवाड़ा कार्यालय में पिछले करीब एक दशक से अधिक से पद स्थापित सहायक अभियंता(एईएन AEN) राजकुमार मूंदडा के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज ? भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में प्रकरण चल रहा है कई मामलों में गंभीर आरोपों को लेकर विभागीय जांचे विचाराधीन है तथा नौकरी में रहते हुए विभाग और सरकार को बिना बताए विदेश यात्राएं करने तथा आय से अधिक संपत्ति होने के खिलाफ लोकायुक्त में मामला विचाराधीन होने के बाद भी पिछले 11 साल और 11 महीने से मूदंडा धडल्ले से प्रतिनयुक्ति पर निश्चित होकर नौकरी कर रहा है और अभी फिर एक गंभीर शिकायत हुई जिसकी जांच भी चल रही है लेकिन उस जांच मे भी गली निकार मूदंडा को बचाने की कोशिश है? आखिर मूदंडा को क्यों बचा रहे हैं अधिकारी और नेता ? क्या दाल में काला है ?या फिर पूरी दाल ही काली है ?
ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग राजस्थान सरकार ने अपने पत्र क्रमांक एफ 701प्रशा.2/ क.अ./ज.ग्र.वि./विविध/12/3345/दिनांक 11/08/2015 के जरिए निदेशक जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग जयपुर को निर्देशित व आदेशित किया कि राकेश वर्मा सदस्य अभिनव राजस्थान शास्त्री नगर भीलवाड़ा ने लोकायुक्त को शिकायत प्रेषित कर विभाग( जल संरक्षण विकास एवं भू संरक्षण विभाग) को भी पृष्ठाकिंत किया है जिसमें राजकुमार मूदंडा सहायक अभियंता द्वारा तथ्य छुपा कर प्रतिनियुक्ति प्राप्त कर राज्य आदेशों की अवहेलना करने, बिना अनुमति विदेश यात्रा करने एवं आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने संबंधी शिकायत की है की न्यायोचित जांच करा कर कार्रवाई करें।
*मूदंडा के खिलाफ शिकायते*
लोकायुक्त राजस्थान सरकार को 2 जुलाई 2015 को राकेश वर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए बिंदुवार शिकायत की जिसके बिंदु इस प्रकार हैं
1- राजकुमार मूदंडा द्वारा सर्व शिक्षा अभियान भीलवाड़ा के पद पर तथ्यों को छुपा कर एवं बिना पैतृक(मूल) विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कराए बिना कार्य ग्रहण कर लिया जो इनके द्वारा पंचायत समिति मांडल भीलवाड़ा में कनिष्ठ अभियंता वाटरशेड रहते हुए चिलेश्वर वाटरशेड में मृत व्यक्तियों के नाम मस्टरोल में भर सरपंच की सहायता से राजकीय राशि का गबन किया था जिसका मुकदमा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा में दर्ज है।
2- मूदंडा द्वारा कनिष्ठ अभियंता पंचायत समिति सुवाणा भीलवाड़ा की ग्राम पंचायत रिछडा में मनरेगा में बिना कार्य किए माप पुस्तिका में फर्जी इंद्राज कर लाखों रुपए की राजकीय राशि का गबन किया है। जिसकी जांच रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा की जनलेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संबंधित सरपंच,कनिष्ठ अभियंता सहायक अभियंता के विरुद्ध तत्काल निलंबित कर 16 सीसी में कार्रवाई कर पुलिस में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे जिसकी पालना में सदर थाना भीलवाड़ा में एफआईआर दर्ज होकर जांच और राशि वसूली लंबित है।
3-मूदंडा द्वारा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के आदेश क्रमांक 4005 दिनांक 20-10-2014 के अनुसार इनका स्थानांतरण लंबे स्टे पंचायत समिति सुवाणा से पंचायत समिति किशनगढ़ जिला अजमेर में किया गया था जिसकी पालना न करके इन्होंने राज्य आदेशों की आवहेवना की इनका संपूर्ण सेवा काल गृह जिला भीलवाड़ा में ही व्यतीत हुआ है जो सेवा पुस्तिका से प्रमाणित होता है।
4-मूदंडा ने बिना विभाग के अनुमति प्राप्त किए विदेश यात्राएं की है जिसमें बैंकॉक की यात्रा तथा 14 फरवरी 2015 से 22 फरवरी 2015 तक दुबई की यात्रा सपत्नी की गई है जो उनके पासपोर्ट से प्रमाणित होती है। इनकी कारगुजारी यहीं समाप्त नहीं हुई इसके अलावा इन्होंने सर्व शिक्षा अभियान से राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान भीलवाड़ा के सहायक अभियंता के पद हेतु आवेदन किया और उन्हें समस्त तथ्यों को छुपा कर अपना चयन करवा लिया। जबकि इन्हें 16 सीसी से दंडित किया गया एवं वेतन वृद्धि तथा पदोन्नति रोकी गई है तथा समस्त जांच लंबित है । किए गए आवेदन में मूदंडा द्वारा इसका कहीं भी अंकन नहीं किया गया।
5- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद अजमेर के आदेश क्रमांक 12219 दिनांक 11-6-2015 से इनका चयन सहायक अभियंता के पद पर इसी शर्त पर हुआ है कि दिनांक 16-6-2015 तक पैतृक अर्थात मूल विभाग की अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर कार्य ग्रहण करें लेकिन मूदंडा द्वारा बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किए आनन-फानन में अवकाश के दिन शनिवार 13 जून 2015 को कार्यभार ग्रहण कर लिया जबकि उनके मूल विभाग के शासन सचिव एवं आयुक्त ग्रामीण विकास पंचायती राज जयपुर द्वारा इन्हें कोई प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया ? क्योंकि विधिवत प्रमाण पत्र जारी करने में कम से कम 10 दिन लगते हैं लेकिन इन्होंने 12 जून को प्राप्त आदेश के अनुसार 13 जून को कार्यभार ग्रहण किया इस तरह एक दिन में अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करना संभव नहीं है।
6- मूदंडा का पैतृक मकान जो काशीपुरी में स्थित था उसको तुड़वाकर भव्य आलीशान मकान का निर्माण कराया जिसकी लागत लगभग 1 करोड़ से अधिक है इसी तरह इन्होंने सुवाणा रोड पर कृषि फार्म हाउस क्रय किया जिसकी भी लागत करीब 2 करोड़ के आसपास है और मूदंडा ने शहर में आवासीय भूखंड इनके वह उनकी पत्नी एवं बेनामी संपत्ति अर्जित की हुई है ? जबकि मूदंडा पिता साधरण अध्यापक एवं सादा जीवन व्यतीत करने वाले व्यक्ति थे।अर्जित की गई संपत्ति निश्चित गलत तरीके से अर्जित की गई ऐसा प्रतीत होता है ? मूदंडा की सभी शिकायतें जिला परिषद भीलवाड़ा एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा के पास लंबित है ।
कार्यालय अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वय समग्र शिक्षा भीलवाड़ा ने भेजी अपनी रिपोर्ट इस प्रकार
राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर के पत्र और निर्देश के आधार पर जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा भीलवाड़ा ने 13 पेज की एक रिपोर्ट भेजी है जिसमें मूदंडा पर गंभीर आरोप प्रमाणित किए हैं। अर्थात मूदंडा को दोषी माना है? जिसमें प्रमुख रूप से यह बताया गया है कि 5 जुलाई 2013 से सर्व शिक्षा अभियान एवं 13 जून 2015 से राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान में मूदंडा कार्यरत है और राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आदेश क्रमांक 2204 दिनांक 20-- 2018 की पालना में समग्र शिक्षा में मर्ज होने से लगातार आज दिनांक तक राजकुमार मूदंडा ने 11 साल 11 महीना 18 दिन अर्थात करीब 12 साल से परियोजना में कार्यरत है जबकि राजस्थान सरकार के सेवा नियम आरएसआर (RSR)अध्याय 13 नियम 144 क के अनुसार वैदिक सेवा से प्रतिनियुक्ति पर 3+1 प्रशासनिक विभाग तथा4+1 वित्त विभाग। इस प्रकार अधिकतम प्रतिनियुक्ति 5 वर्ष की होती है जबकि राजकुमार मूदंडा की प्रतिनियुक्ति लगभग 12 साल से लगातार चल रही है। तथा 17 सीसीए चार्जशीट में दोषी बताया गया। इस जांच रिपोर्ट के बाद मूदंडा ने अपने रसूखात से फिर दो बिंदुओं की जहां से फोटो मांग कर अपने आप का बचाव करने और मूल मुद्दे से विभाग और अधिकारियों को भटकाने की कोशिश की गई है। आखिर मूदंडा को क्यों बचाया जा रहा है ? और कौन कौन अधिकारी बनाता बचा रहे हैं ? यह सवाल आज हर प्रबुद्ध बुद्धि की वर्ग में चर्चा का विषय बना हुआ है।


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